2015-10-28

संस्कृत भाषायां शुभकामना:

ओ३म्
संस्कृत भाषायां शुभकामना: ( संस्कृत भाषा में शुभकामनाएँ )  ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

नमस्ते

शुभकामना: = शुभकामनाएँ

मम शुभकामना: = मेरी शुभकामनाएँ

अनुगृहीतोSस्मि = आपका आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ (पुल्लिंग )

अनुगृहीताSस्मि = आपकी आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ (स्त्रीलिंग )

उपकृतोSस्मि = आपका आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ (पुल्लिंग )

उपकृताSस्मि = आपकी आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ (स्त्रीलिंग )

धन्योSस्मि = आपका आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ (पुल्लिंग )

धन्याSस्मि = आपकी आभारी हूँ , कृतज्ञ हूँ (स्त्रीलिंग )

मुदितोSस्मि = मैं खुश हूँ (पुल्लिंग )

मुदिताSस्मि = मैं खुश हूँ (स्त्रीलिंग )

अभिनन्दनम् = बधाई हो


मजाक नहीं यह एक संयोग है

यह कोई मजाक नहीं बल्कि इसका जादू आपको अचम्भित कर देगा.....
यह एक संयोग है ???

चीन भूकंप - 26 जुलाई 1976

गुजरात भूकंप - 26 जनवरी 2001।

हिंद महासागर में सुनामी - 26 दिसंबर 2004

मुंबई हमले 26/11 - 26 नवंबर 2008

ताइवान में आए भूकंप - 26 जुलाई 2010

जापान भूकंप - 26 फ़रवरी 2010

अब नेपाल में आए भूकंप - 26 अप्रैल 2015

क्यों यह हमेशा "26" है?


एक घटना - बेटी पिता और पाश्चात्य संस्कृति

कल मैं दिल्ली से जयपुर जाने वाली एक ट्रेन में स्लीपर कोच में बैठा हुआ था ! तभी दौसा {राजस्थान} स्टेशन से एक 18-19 वर्षीय खूबसूरत लड़की चढ़ी जिसका मेरे सामने वाली बर्थ पर रिजर्वेशन था उसके पापा उसे छोड़ने आये थे।

अपनी सीट पर वैठ जाने के बाद उसने अपने पिता से कहा "डैडी आप जाइये अब, ट्रेन तो दस मिनट खड़ी रहेगी यहाँ दस मिनट का स्टॉपेज है।"

उसके पिता ने उदासी भरे शब्दों के साथ कहा "कोई बात नहीं बेटा, 10 मिनट और तेरे साथ बिता लूँगा, अब तो तुम्हारे क्लासेज शुरु हो रहे है काफी दिन बाद आओगी तुम।"

2015-10-27

whatsapp status- लव हिन्दी

WhatsApp Status1: I love you and that’s the beginning and end of everything
In Hindi : मै तुमसे करता हू  यही शुरुवात और यही अंत है।

WhatsApp Status 2 : love is fearless.
In Hindi : प्रेम को किसी का भय नहीं होता

WhatsApp Status 3:  I can’t stop missing you.
In Hindi : मै  तुम्हे भुला नहीं सकता।

WhatsApp Status 4 :  All I need is your love.
In Hindi :: मुझे सिर्फ तुम्हारा प्यार चाहिये।

WhatsApp Status 5:  Every thing is fair in love and war
In Hindi :प्यार  और  वार में सब जायज़  है.

WhatsApp Status 6 : I need you so much closer.Every thing is fair in love and war
In Hindi :मै तुम्हारे दिल के बहुत करीब आना चाहता हूँ .

मो को कहां तू ढूंढे बंदे

मो को कहां तू ढूंढे बंदे

एक रानी नहाकर अपने महल की छत पर बाल सुखाने के लिए गई। उसके गले में एक हीरों का हार था, जिसे उतार कर वहीं आले पर रख दिया और बाल संवारने लगी। इतने में एक कौवा आया। उसने देखा कि कोई चमकीली चीज है, तो उसे लेकर उड़ गया। एक पेड़ पर बैठ कर उसे खाने की कोशिश की, पर खा न सका। कठोर हीरों पर मारते-मारते चोंच दुखने लगी। अंतत: हार को उसी पेड़ पर लटकता छोड़ कर वह उड़ गया।

जब रानी के बाल सूख गए तो उसका ध्यान अपने हार पर गया, पर वह तो वहां था ही नहीं। इधर-उधर ढूंढा, परन्तु हार गायब। रोती-धोती वह राजा के पास पहुंची, बोली कि हार चोरी हो गई है, उसका पता लगाइए। राजा ने कहा, चिंता क्यों करती हो, दूसरा बनवा देंगे। लेकिन रानी मानी नहीं, उसे उसी हार की रट थी। कहने लगी, नहीं मुझे तो वही हार चाहिए। अब सब ढूंढने लगे, पर किसी को हार मिले ही नहीं।

डा.मार्क प्रसिद्ध कैंसर स्पैश्लिस्ट के साथ घटी एक घटना

एक सच्ची एवम् महत्वपूर्ण घटना--

डा. मार्क एक प्रसिद्ध कैंसर स्पैश्लिस्ट हैं, एक बार किसी सम्मेलन में भाग लेने लिए किसी दूर के शहर जा रहे थे। वहां उनको उनकी नई मैडिकल रिसर्च के महान कार्य  के लिए पुरुस्कृत किया जाना था। वे बड़े उत्साहित थे व जल्दी से जल्दी वहां पहुंचना चाहते थे। उन्होंने इस शोध के लिए बहुत मेहनत की थी। बड़ा उतावलापन था, उनका उस पुरुस्कार को पाने के लिए।

उड़ने के लगभग दो घण्टे बाद उनके जहाज़ में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण उनके हवाई जहाज को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। डा. मार्क को लगा कि वे अपने सम्मेलन में सही समय पर नहीं पहुंच पाएंगे, इसलिए उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों से रास्ता पता किया और एक टैक्सी कर ली, सम्मेलन वाले शहर जाने के लिए। उनको पता था की अगली प्लाईट 10 घण्टे बाद है। टैक्सी तो मिली लेकिन ड्राइवर के बिना इसलिए उन्होंने खुद ही टैक्सी चलाने का निर्णय लिया।

2015-10-20

माता महागौरी की पूजा

माता महागौरी की पूजा

नवरात्री दुर्गा पूजा आठवी तिथि – माता महागौरी की पूजा :

मां दुर्गा का आठवां रूप महागौरी व्यक्ति के भीतर पल रहे कुत्सित व मलिन विचारों को समाप्त कर प्रज्ञा व ज्ञान की ज्योति जलाता है। मां का ध्यान करने से व्यक्ति को आत्मिक ज्ञान की अनुभूति होती है उसके भीतर श्रद्धा विश्वास व निष्ठ की भावना बढ़ाता है। 

यह अमोघ फलदायिनी हैं और भक्तों के तमाम कल्मष धुल जाते हैं। पूर्वसंचित पाप भी नष्ट हो जाते हैं। महागौरी का पूजन-अर्चन, उपासना-आराधना कल्याणकारी है। इनकी कृपा से अलौकिक सिद्धियां भी प्राप्त होती हैं।

मां दुर्गा की अष्टम शक्ति है महागौरी जिसकी आराधना से उसके पुत्रों (भक्तों) को जीवन की सही राह का ज्ञान होता है जिस पर चलकर वह अपने जीवन का सार्थक बना सकता है। नवरात्र में मां के इस रूप की आराधना व्यक्ति के समस्त पापों का नाश करती है। व्रत रहकर मां का पूजन कर उसे भोग लगाएं तथा उसके बाद मां का प्रसाद ग्रहण करे जिससे व्यक्ति के भीतर के दुराभाव दूर होते हैं। 

माता कालरात्रि की पूजा

माता कालरात्रि की पूजा
नवरात्री दुर्गा पूजा सप्तमी तिथि – माता कालरात्रि की पूजा :


सप्तम नवदुर्गा: माता कालरात्रि (Kaalratri) 
दुर्गा जी का सातवां स्वरूप- कालरात्रि (7th Form of Navdurga)

दुर्गा जी का सातवां स्वरूप कालरात्रि है। इनका रंग काला होने के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहते हैं। असुरों के राजा रक्तबीज का वध करने के लिए देवी दुर्गा ने अपने तेज से इन्हें उत्पन्न किया था। इनकी पूजा शुभ फलदायी होने के कारण इन्हें 'शुभंकारी' भी कहते हैं।

देवी कालरात्रि का भयानक स्वरूप

देवी कालरात्रि का शरीर रात के अंधकार की तरह काला है इनके बाल बिखरे हुए हैं तथा इनके गले में विधुत की माला है। इनके चार हाथ है जिसमें इन्होंने एक हाथ में कटार तथा एक हाथ में लोहे कांटा धारण किया हुआ है। इसके अलावा इनके दो हाथ वरमुद्रा और अभय मुद्रा में है। इनके तीन नेत्र है तथा इनके श्वास से अग्नि निकलती है। कालरात्रि का वाहन गर्दभ(गधा) है।

2015-10-18

अगर बीवी बन जाये गले में फंदा ??

हम बीवी को बुलाते थे जान, चाँद, सनम और रानी,
पर एक दिन सर के ऊपर से निकल गया पानी
नाम हमारे दिमाग में आये चार सौ अस्सी
और बीवी का नाम बड़े सोच के रखा “रस्सी”
कया अजब नाम है?  सोचा होगा आपने
आज तक ऐसा नाम नहीं रखा किसी के  बाप ने
इसके क्या माईने हैं कुछ तो ससमझाईये

माता कात्यायनी की पूजा

नवरात्री दुर्गा पूजा छठा तिथि – माता कात्यायनी की पूजा :

माँ दुर्गा के छठे रूप को माँ कात्यायनी के नाम से पूजा जाता है. महर्षि कात्यायन की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर उनकी इच्छानुसार उनके यहां पुत्री के रूप में पैदा हुई थीं. महर्षि कात्यायन ने इनका पालन-पोषण किया तथा महर्षि कात्यायन की पुत्री और उन्हीं के द्वारा सर्वप्रथम पूजे जाने के कारण देवी दुर्गा को कात्यायनी कहा गया.

देवी कात्यायनी अमोद्य फलदायिनी हैं इनकी पूजा अर्चना द्वारा सभी संकटों का नाश होता है, माँ कात्यायनी दानवों तथा पापियों का नाश करने वाली हैं. देवी कात्यायनी जी के पूजन से भक्त के भीतर अद्भुत शक्ति का संचार होता है. इस दिन साधक का मन ‘आज्ञा चक्र’ में स्थित रहता है. योग साधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है. साधक का मन आज्ञा चक्र में स्थित होने पर उसे सहजभाव से मां कात्यायनी के दर्शन प्राप्त होते हैं. साधक इस लोक में रहते हुए अलौकिक तेज से युक्त रहता है.

स्कंदमाता की पूजा

नवरात्री दुर्गा पूजा पंचमी तिथि – स्कंदमाता की पूजा

माँ दुर्गा का पंचम रूप स्कन्दमाता के रूप में जाना जाता है. भगवान स्कन्द कुमार (कार्तिकेय)की माता होने के कारण दुर्गा जी के इस पांचवे स्वरूप को स्कंद माता नाम प्राप्त हुआ है. भगवान स्कन्द जी बालरूप में माता की गोद में बैठे होते हैं इस दिन साधक का मन विशुध्द चक्र में अवस्थित होता है. स्कन्द मातृस्वरूपिणी देवी की चार भुजायें हैं, ये दाहिनी ऊपरी भुजा में भगवान स्कन्द को गोद में पकडे हैं और दाहिनी निचली भुजा जो ऊपर को उठी है, उसमें कमल पकडा हुआ है। माँ का वर्ण पूर्णतः शुभ्र है और कमल के पुष्प पर विराजित रहती हैं। इसी से इन्हें पद्मासना की देवी और विद्यावाहिनी दुर्गा देवी भी कहा जाता है। इनका वाहन भी सिंह है|


2015-10-17

रावण बनना भी कहां आसान है


इस समय लोग रावण भी हो जाये वही बहुत हैं।।।।
रावण बनना भी कहां आसान ....
रावण में अहंकार था तो पश्चाताप भी था।।
रावण में वासना थी तो संयम भी था।।।।

आज की प्रशासनिक व्यवस्था

एक बड़े मुल्क के राष्ट्रपति के बैडरूम की खिड़की सड़क की ओर खुलती थी। रोज़ाना हज़ारों आदमी और वाहन उस सड़क से गुज़रते थे। राष्ट्रपति इस बहाने जनता की परेशानी और दुःख-दर्द को निकट से जान लेते।


राष्ट्रपति ने एक सुबह खिड़की का परदा हटाया। भयंकर सर्दी। आसमान से गिरते रुई के फाहे। दूर-दूर तक फैली सफ़ेद चादर। अचानक उन्हें दिखा कि बेंच पर एक आदमी बैठा है। ठंड से सिकुड़ कर गठरी सा होता।

राष्ट्रपति ने पीए को कहा -उस आदमी के बारे में जानकारी लो और उसकी ज़रूरत पूछो।

देवी दुर्गा के 108 नाम

देवी दुर्गा के 108 नाम (108 Names of Goddess Durga in Hindi)

1. सती  : अग्नि में जल कर भी जीवित होने वाली
2. साध्वी : आशावादी
3. भवप्रीता : भगवान् शिव पर प्रीति रखने वाली
4. भवानी : ब्रह्मांड की निवास
5. भवमोचनी :  संसार बंधनों से मुक्त करने वाली
6. आर्या : देवी
7. दुर्गा :  अपराजेय
8. जया : विजयी
9. आद्य : शुरूआत की वास्तविकता
10. त्रिनेत्र : तीन आँखों वाली

2015-10-16

माता कूष्मांडा की पूजा

भगवती माँ दुर्गा जी के चौथे स्वरुप का नाम कूष्मांडा है ! 


अपनी मंद हल्की हसीं द्वारा अंड अर्थात ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कुष्मांडा देवी के नाम से अभिहित किया गया है ! जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था , चारों ओर अन्धकार ही अंधकार व्याप्त था, तब माँ कुष्मांडा ने ही अपनी हास्य से ब्रह्माण्ड कि रचना की थी ! अतः यही सृष्टि की आदि - स्वरूपा आदि शक्ति है ! इनके पूर्व ब्रह्माण्ड का अस्तित्व था ही नहीं !

इनका निवास सूर्य मंडल के भीतर के लोक में है ! सूर्य लोक में निवास सूर्य मंडल के भीतर के लोक में है ! सूर्य लोक में निवास कर सकने की क्षमता और शक्ति केवल इन्ही में है ! इनके शरीर की कान्ति और प्रभा भी सूर्य के समान ही दीप्तिमान और भास्कर है ! इनके तेज की तुलना इन्ही से की जा सकती है ! अन्य कोई भी देवी - देवता इनके तेज और प्रभाव की समता नहीं कर सकते ! इन्ही के तेज और प्रकाश से दसों दिशाएं प्रकाशित हो रही है ! ब्रह्माण्ड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्ही की छाया है !

2015-10-15

तथ्य जो मजाकिया होने के साथ सच भी है



12 ऐसे तथ्य जो मजाकिया होने के साथ सच भी है।


1. भारत एक ऐसा देश है जो कई स्थानीय भाषाओ द्वारा विभाजित है और एक विदेशी भाषा द्वारा एकजुट।

2. भारत मे लोग ट्रैफिक सिग्नल की रेड लाइट पर भले ही ना रुके लेकिन अगर एक काली बिल्ली रास्ता काट जाए हो हजारो लोग लाइन में खड़े हो जाते है। अब तो लगता है ट्रैफिक पुलिस में भी काली बिल्लियों की भर्ती करनी पड़ेगी।

3. चीन अपनी सरकार की वजह से तरक्की कर रहा है और भारत में तरक्की ना होने का सबसे बड़ा कारण उसकी अपनी सरकारें ही रही हैं।

2015-10-14

पकाऊ चुटकुले, भाग - 2

प्रेमिका ने अपने प्रेमी को बताया, ‘मेरी जीभ पर छाले निकल आए हैं।’ प्रेमी बोला, ‘उसे कभी आराम तो करने नहीं देती, फिर यह तो होना ही था।’


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बच्चा : मम्मी मैं कल से स्कूल नहीं जाऊंगा।
मम्मी : क्यों बेटा ऐसी क्या बात हो गई?
बच्चा : मम्मी आज स्कूल में हम सभी बच्चों का वजन किया गया था।
मम्मी : तो क्या हुआ?
बच्चा : मुझे डर है कि अगर रेट अच्छा मिल गया तो ये स्कूल वाले हमें बेच ही ना दें। 

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महिला : डॉक्टर साहब आपने मेरे पति को किसी दूसरे का दिल लगाकर उनका जीवन बचा लिया, 
इसके लिए धन्यवाद लेकिन अब उनके दिल में वह प्यार नहीं रहा।
डॉक्टर : अभी नया दिल है, कोशिश कीजिए कुछ दिन बाद काबू में आ जाएगा।

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2015-10-11

रेल यात्रियों के लिए नईं सुविधायें

रेल यात्रियों के लिए

New Facilities in Railway

एक तरफ टिकट काउंटर पर लंबी लाइन और दूसरी ओर प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन। टिकट लेना भी जरूरी है मगर इस फेर में ट्रेन छूटने की टेंशन भी है।

ऐसी दुविधा लगभग हर यात्री के सामने अक्सर आती है।

अब ये दिन गए,

ऐसे दिन आ रहे हैं जो यात्रियों के लिए टिकट के मामले में बेहद राहत भरे हैं। उन्हें टिकट विंडो पर लंबा इंतजार नहीं करना होगा। ट्रेन का टिकट ट्रेन में ही मिल जाएगा।

2015-10-10

भारत की प्रमुख जनजातियां, सामान्य ज्ञान

India's tribes,

भारत की प्रमुख जनजातियां

भारत में जनजातीय समुदाय के लोगों की काफी बड़ी संख्या है और देश में 50 से भी अधिक प्रमुखजनजातीय समुदाय हैं। देश में रहने वाले जनजातीय समुदाय के लोग नेग्रीटो, ऑस्ट्रेलॉयड औरमंगोलॉयड प्रजातियों से सम्बद्ध हैं। देश की प्रमुख जनजातियां निम्नलिखित हैं-

आंध्र प्रदेश: चेन्चू, कोचा, गुड़ावा, जटापा, कोंडा डोरस, कोंडा कपूर, कोंडा रेड्डी, खोंड, सुगेलिस,लम्बाडिस, येलडिस, येरुकुलास, भील, गोंड, कोलम, प्रधान, बाल्मिक।

असम व नगालैंड: बोडो, डिमसा गारो, खासी, कुकी, मिजो, मिकिर, नगा, अबोर, डाफला,मिशमिस, अपतनिस, सिंधो, अंगामी।


2015-10-07

छोटी छोटी बातों के लिए नहीं लड़ना चाहिये

छोटी छोटी बातों के लिए नहीं लड़ना चाहिये 



असल में, छोटी बातों के लिए जो लड़ता है उसके जीवन में बड़ा छोटापन है, बड़ा ओछापन है। तुमने कभी गौर किया कि तुम किन बातों के लिए लड़ते हो? अगर तुम गौर से खोजोगे तो तुम पाओगे बातें बड़ी छोटी हैं, और लड़ाई बड़ी मचाते हो। राह से जाते थे, किसी ने मुस्कुरा दिया; दुश्मनी हो गई। किसी ने एक शब्द कह दिया, और जिंदगी भर तुम उसको बोझ की तरह ढोते हो। तुम लड़ते किन बातों पर हो? बहुत छोटी बातें हैं। विचार करोगे तो हंसोगे अपने ऊपर कि यह भी कुछ लड़ने योग्य था! और एक बात स्मरण रखना। अगर छोटी बातों के लिए लड़े तो छोटे रह जाओगे। एक बड़ी प्रसिद्ध कहावत है अरब में कि आदमी अपने दुश्मन से पहचाना जाता है। अगर तुमने छोटे दुश्मन चुने तो तुम आदमी छोटे हो। अगर तुमने बड़े दुश्मन चुने तो तुम आदमी बड़े हो। तुम किन चीजों से लड़ते हो? उनसे ही तो तुम्हारा व्यक्तित्व निर्मित होगा।

मंदिर शब्द का क्या अर्थ है?

Q) मंदिर शब्द का क्या अर्थ है?

मन्दिर, यह अराधना और पूजा-अर्चना के लिए निश्चित की हुई जगह या देवस्थान है। यानी जिस जगह किसी आराध्य देव के प्रति ध्यान या चिंतन किया जाए या वहां मूर्ति इत्यादि रखकर पूजा-अर्चना की जाए उसे मन्दिर कहते हैं। मन्दिर का शाब्दिक अर्थ 'घर' है। वस्तुतः सही शब्द 'देवमन्दिर', 'शिवमन्दिर', 'कालीमन्दिर' आदि हैं।


 कुछ आधुनिक लोगो के मतानुसार  ----------

मन्दिर शब्द की व्याख्या निम्नानुसार की गई है

मंदिर शब्द में 'मन' और 'दर' की संधि है

मन + दर 

मन अर्थात मन
दर अर्थात द्वार


भारत का संक्षिप्त इतिहास (Time-line)


A Brief History of India in Time-line 

भारत का संक्षिप्त इतिहास

563 : गौतम बुद्ध का जन्‍म
540 : महावीर का जन्‍म
327-326 : भारत पर एलेक्‍जेंडर का हमला। इसने भारत और यूरोप के बीच एक भू-मार्ग खोल दिया
313 : जैन परंपरा के अनुसार चंद्रगुप्‍त का राज्‍याभिषेक
305 : चंद्रगुप्‍त मौर्य के हाथों सेल्‍युकस की पराजय

273-232 : अशोक का शासन

261 : कलिंग की विजय
145-101 : एलारा का क्षेत्र, श्रीलंका के चोल राजा
58 : विक्रम संवत् का आरम्‍भ
78 : शक संवत् का आरम्‍भ
120 : कनिष्‍क का राज्‍याभिषेक
320 : गुप्‍त युग का आरम्‍भ, भारत का स्‍वर्णिम काल
380 : विक्रमादित्‍य का राज्‍याभिषेक
405-411 : चीनी यात्री फाहयान की यात्रा
415 : कुमार गुप्‍त-1 का राज्‍याभि‍षेक
455 : स्‍कंदगुप्‍त का राज्‍याभिषेक
606-647 : हर्षवर्धन का शासन

2015-10-05

डॉक्टर और सेठ

एक गांव मेँ एक डॉक्टर था इसकी प्रैक्टिस काफी अच्छी चलती थी गांव के सभी लोग उसे ही दिखाया करते थे उसकी फीस भी काफी कम थी इस कारण से उसके यहाँ काफी भीड़ रहा करती थी

डॉक्टर साहब कभी भी मरीज की अनावश्यक जांच या अनावश्यक इलाज नहीँ किया करते थे क्योंकि उनका यह कहना था की जो मैंने किताबोँ से सीखा है वही काम मैँ करुंगा ,इस कारण उसे सब भगवान का रूप मानते थे 


2015-10-01

NEGATIVE vs POSITIVE Way Of Thinking! नजरिया

 NEGATIVE- vs POSITIVE+
      Way Of Thinking!  


             नजरिया


एक महान लेखक अपने लेखन कक्ष में बैठा हुआ लिख रहा था।


1) पिछले साल मेरा आपरेशन हुआ और मेरा गालब्लाडर निकाल दिया गया। इस आपरेशन के कारण बहुत लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ा।

2) इसी साल मैं 60 वर्ष का हुआ और मेरी पसंदीदा नौकरी चली गयी। जब मैंने उस प्रकाशन संस्था को छोड़ा तब 30 साल हो गए थे मुझे उस कम्पनी में काम करते हुए।
3) इसी साल मुझे अपने पिता की मृत्यु का दुःख भी झेलना पड़ा।
4) और इसी साल मेरा बेटा कार एक्सिडेंट हो जाने के कारण मेडिकल की परीक्षा में फेल हो गया क्योंकि उसे बहुत दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ा। कार की टूट फूट का नुकसान अलग हुआ।
अंत में लेखक ने लिखा,

**वह बहुत ही बुरा साल था।


जब लेखक की पत्नी लेखन कक्ष में आई तो उसने देखा कि, उसका पति बहुत दुखी लग रहा है और अपने ही विचारों में खोया हुआ है। अपने पति की कुर्सी के पीछे खड़े होकर उसने देखा और पढ़ा कि वो क्या लिख रहा था।
वह चुपचाप कक्ष से बाहर गई और थोड़ी देर बाद एक दूसरे कागज़ के साथ वापस लौटी और वह कागज़ उसने अपने पति के लिखे हुए कागज़ के बगल में रख दिया।

लेखक ने पत्नी के रखे कागज़ पर देखा तो उसे कुछ लिखा हुआ नजर आया, उसने पढ़ा।


1-a) पिछले साल आखिर मुझे उस गालब्लाडर से छुटकारा मिल गया जिसके कारण मैं कई सालों से दर्द से परेशान था।

2-a) इसी साल मैं 60 वर्ष का होकर स्वस्थ दुरस्त अपनी प्रकाशन कम्पनी की नौकरी से सेवानिवृत्त हुआ। अब मैं पूरा ध्यान लगाकर शान्ति के साथ अपने समय का उपयोग और बढ़िया लिखने के लिए कर पाउँगा।

3-a) इसी साल मेरे 95 वर्ष के पिता बगैर किसी पर आश्रित हुए और बिना गंभीर बीमार हुए परमात्मा के पास चले गए।

4-a) इसी साल भगवान् ने एक्सिडेंट में मेरे बेटे की रक्षा की। कार टूट फूट गई लेकिन मेरे बच्चे की जिंदगी बच गई। उसे नई जिंदगी तो मिली ही और हाँथ पाँव भी सही सलामत हैं।

अंत में उसकी पत्नी ने लिखा था,

**इस साल भगवान की हम पर बहुत कृपा रही, साल अच्छा बीता।☺


मित्रो मानव-जीवन में प्रत्येक मनुष्य के समक्ष अनेकों परिस्थितियां आती हैं, उन परिस्थितियों का प्रभाव क्या और कितना पड़ेगा, यह पूरी तरह हमारे सोचने के तरीके पर निर्भर करता है। चीजें वही रहती हैं पर नजरिया बदलने से पूरा परिणाम बदल जाता है।

शायद हमारा यह प्रयास किसी का जीवन बदल दे ।

साउथ कैलिफोर्निया में एक भारतीय नौजवान

1958 में साउथ कैलिफोर्निया (लॉस एंजेल्स) में एक भारतीय संगीत वादय् यंत्रों (म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स) की एक बहुत फेमस दूकान हुवा करती थी.. वो एक अकेली दूकान थी जो पूरे अमेरिका में प्रामाणिक भारतीय वादय् यंत्रों को बेचती थी.. डेविड बर्नार्ड इसके मालिक हुवा करते थे..

एक दिन एक 36 वर्षीय भारतीय नौजवान इस दूकान में आया और वादय् यंत्रों को बड़े ध्यान से देखने लगा.. साधारण वेशभूषा वाला ये आदमी वहां के सेल्स के लोगों को कुछ ख़ास आकर्षित नहीं कर सका मगर फिर भी एक सेल्स गर्ल क्रिस्टिना उसके पास आ कर बनावटी मुस्कान से बोली कि "मैं आपकी क्या मदद कर सकती हूँ?"

गांवों का उत्थान देख ले


कैसा है शमशान देख ले।
चल मेरा खलिहान देख ले।
अगर देखना है मुर्दा तो,
चलकर एक किसान देख ले।
सर्वनाश का सर्वे कर-कर,
पटवारी धनवान देख ले।
सिर्फ अंगूठा लिया सेठ ने,
कितना मेहरबान देख ले।
मरहम में रख नमक लगाते
सरकारी अहसान देख ले।
देहरी पर मेसी फर्गूसन,
भीतर बीयाबान देख ले।
मानसून तक मनमाना है
बस बेबस मुस्कान देख ले।

भरोसा

भरोसा !!!

एक बार एक अत्यंत गरीब महिला जो ईश्वरीय शक्ति पर बेइंतिहा विश्वास करती थी।

एक बार अत्यंत ही विकट स्थिति में आ गई। कई दिनों से खाने के लिए पुरे परिवार को नहीं मिला।

एक दिन उसने रेडियो के माध्यम से ईश्वर को अपना सन्देश भेजा कि वह उसकी मदद करे।


यह प्रसारण एक नास्तिक  ,घमण्डी और अहंकारी उद्योगपति ने सुना और उसने सोचा कि क्यों न इस महिला साथ कुछ ऐसा मजाक किया जाये कि उसकी ईश्वर के प्रति आस्था डिग जाय।