2015-06-30

इंसान जाने कहां खो गये हैं

"जाने क्यूं अब शर्म से,
चेहरे गुलाब नही होते।
जाने क्यूं अब मस्त मौला मिजाज नही होते।
...
पहले बता दिया करते थे,
दिल की बातें।
जाने क्यूं अब चेहरे,
खुली किताब नही होते।
सुना है बिन कहे ही
दिल की बात समझ लेते थे।

2015-06-29

बिड़लाजी का अपने बेटे के नाम लिखा हुआ पत्र

विश्व में जो दो सबसे सुप्रसिद्ध और आदर्श पत्र माने गए है उनमें एक है 'अब्राहम लिंकन का शिक्षक के नाम पत्र' और दूसरा है 'घनश्यामदास बिरला का पुत्र के नाम पत्र'



घनश्यामदास जी बिड़ला का अपने पुत्र बसंत कुमार जी बिड़ला के नाम 1934 में लिखित एक अत्यंत प्रेरक पत्र जो हर एक को जरूर पढ़ना चाहिए -

चि. बसंत.....

यह जो लिखता हूँ उसे बड़े होकर और बूढ़े होकर भी पढ़ना, अपने अनुभव की बात कहता हूँ। संसार में मनुष्य जन्म दुर्लभ है और मनुष्य जन्म पाकर जिसने शरीर का दुरुपयोग किया, वह पशु है। तुम्हारे पास धन है, तन्दुरुस्ती है, अच्छे साधन हैं, उनको सेवा के लिए उपयोग किया, तब तो साधन सफल है अन्यथा वे शैतान के औजार हैं। तुम इन बातों को ध्यान में रखना।


लोग अच्छे दिनों को लेकर इतने परेशान क्यों हैं.?

दोस्तो मैं इस बात को लेकर बहुत परेशान हूँ कि लोग अच्छे दिनों को लेकर इतने परेशान क्यों हैं.???
आखिर किसी ने सोचा है अच्छे दिनों के लिये हमारा योगदान कितना है.?

*सड़क किनारे टट्टी करता व्यक्ति पूछता है,
अच्छे दिन कब---

*दीवार पर पेशाब करता व्यक्ति पूछता है,
अच्छे------

*बिजली चोरी करता व्यक्ति पूछता है,
अच्छे-----

*यहाँ-वहाँ कचरा फैंकता व्यक्ति पूछता है,
अच्छे----

2015-06-27

याद रखने योग्य बातें

कुछ याद रखने योग्य बातें :-


1) लोगों से मिलते वक्त इतना मत झुको, कि उठते वक्त सहारा लेना पड़े।
2) ज़ुबान की हिफाज़त, दौलत से ज्यादा मुश्किल है।
3) गरीबों का मज़ाक मत उड़ाओ, क्युँकि गरीब होने में वक्त नहीं लगता।

पति पत्नी और योगा डे

Yoga day special
पति पत्नी और योगा डे

सुबह सवेरे पति उठ के तैयार हुआ योगा जाने के लिय ।
पत्नि की आखं खुल गई तो पति ने पुछ लिया
पति : प्रिय, क्या तुम मेरे साथ योगा के लिए चलना पसंद करोगी ?
पत्नि : तुम कहना क्या चाहते हो, मैं क्या मोटी हो गई हूँ.
पति : कोई बात नही, इच्छा नही है तो मत चलो.
पत्नि : मतलब, मैं आलसी हूँ ?

2015-06-25

अपने पिता की सलाह के बिना कुछ नहीं करना चाहिए

जब मैं 3 वर्ष का था तब मैं यह सोचता था की मेरे पिता दुनिया के सबसे मजबूत और ताकतवर इंसान हैं
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जब मैं 6 वर्ष का हुआ तब मैंने महसूस किया की मेरे पिता दुनिया के सबसे ताकतवर ही नहीं सबसे समझदार इंसान भी हैं
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बॉलीवुड के बादल

बॉलीवुड के बादल छाये,
बदलावों की बारिश है,
ये है सिर्फ सिनेमा या फिर
सोची समझी साजिश है,
याद करो आशा पारिख के
सर पे पल्लू रहता था,
हीरो मर्यादा में रहकर
प्यार मोहब्बत करता था,
प्रणय दृश्य दो फूलों के

2015-06-24

गुरुकुल कैसे खत्म हो गये ?

भारतवर्ष में गुरुकुल कैसे खत्म हो गये ? कॉन्वेंट स्कूलों ने किया बर्बाद 1858 में Indian Education Act बनाया गया।


इसकी ड्राफ्टिंग ‘लोर्ड मैकोले’ ने की थी। लेकिन उसके पहले उसने यहाँ (भारत) के शिक्षा व्यवस्था का सर्वेक्षण कराया था, उसके पहले भी कई अंग्रेजों ने भारत के शिक्षा व्यवस्था के बारे में अपनी रिपोर्ट दी थी। अंग्रेजों का एक अधिकारी था G.W.Litnar और दूसरा था Thomas Munro, दोनों ने अलग अलग इलाकों का अलग-अलग समय सर्वे किया था। 1823 के आसपास की बात है


वो एक माँ थी

DIL SE PADHNA  Dosto  ..............

आधी रात को बहुत बारिश हो रही थी।
अजय और उसकी बीवी प्रिया एक मित्र की पार्टी से अपनी गाडी से घर वापस लौट रहे थे..

बारिश की वजह से अजय बहुत धीमी गति से गाड़ी चला रहा था,तभी अचानक बिजली गिरी.

बिजली की रोशनी में अजय को गाड़ी के सामने एक बदहवास सी एक औरत दिखाई दी..

अजय ने गाड़ी रोक दी..!

2015-06-23

पकाऊ चुटकुले

एक दिन बच्चा अपने पिता से सवाल करता है," पापा हम दोनों में से ज्‍यादा काबिल कौन है मै या आप?"
यह सुन पिता जवाब देते हैं, " मैं हूँ , क्‍योंकि एक तो मैं तुम्‍हारा बाप हूं और दूसरा तुम से उम्र में बड़ा हूं और मेरा तर्जुबा भी तुम से ज्‍यादा है!" 
बच्चा कुछ देर सोचने के बाद फिर एक सवाल पूछता है," फिर तो आपको पता ही होगा कि अमे‍रिका की खोज किसने की थी?" 
पिता जवाब देता है ," हां मुझे पता है, कोलंबस ने की थी!" 

चाय के प्रभाव

चाय के दुस्प्रभाव 

चाय पीने  वाले इसे जरूर पढ़े !!!!!!!!!!!!!!


सिर्फ दो सौ वर्ष पहले तक भारतीय घर में चाय नहीं होती थी। आज कोई भी घर आये अतिथि को पहले चाय पूछता है। ये बदलाव अंग्रेजों की देन है। कई लोग ऑफिस में दिन भर चाय लेते रहते है., यहाँ तक की उपवास में भी चाय लेते है! किसी भी डॉक्टर के पास जायेंगे तो वो शराब - सिगरेट - तम्बाखू छोड़ने को कहेगा , पर चाय नहीं,

क्योंकि यह उसे पढ़ाया नहीं गया और वह भी खुद इसका गुलाम है. परन्तु किसी अच्छे वैद्य के पास जाओगे तो वह पहले सलाह देगा चाय ना पियें। चाय की हरी पत्ती पानी में उबाल कर पीने में कोई बुराई नहीं परन्तु जहां यह फर्मेंट हो कर काली हुई सारी बुराइयां उसमे आ जाती है।


रोटी बासी है - कहानी

एक धनी परिवार की कन्या तारा का विवाह , एक सुयोग्य परिवार मे होता है , लड़का पढ़ा लिखा और अति सुन्दर लेकिन बेरोजगार था। परिवार की आर्थिक स्थति बहुत ही अच्छी थी जिसके कारण उसके माता -पिता उसे किसी भी कार्य करने के लिये नहीं कहते थे और कहते थे कि बेटा जिगर , तू हमारी इकलौती संतान है ,तेरे लिये तो हमने खूब सारा धन दौलत जोड़ दिया है और हम कमा रहे है, तू तो बस मजे ले ।

GOD IS ONE

Very interesting & meaningful msg to share:

If:

A B C D E F G H I J K LM N O P Q R S T U V W X Y Z
is equal to:

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26

Then,

H+A+R+D+W+O+R+K ;
8+1+18+4+23+15+18+11=98%
K+N+O+W+L+E+D+G+E ;
11+14+15+23+12+5+4+7+5=96%
L+O+V+E;
12+15+22+5 = 54%
L+U+C+K ;
12+21+3+11 = 47%

None of them makes 100%. Then what makes 100%?

Khuskismat hai voh jinhe betiya mili hai

Ek ladka aur ladki k bich ka difference

(as son and daughter)  
awsome it is.

Ladka:

2015-06-21

सच्ची जीवन साथी - कहानी

एक बार पूरा जरूर पढे 20 years से अंतिम यात्रा तक (क्या यही जिंदगी है)   


शादी के पहले 2-3 साल नर्म , गुलाबी , रसीले और सपनीले गुज़रते हैं हाथों में हाथ डालकर बातें और रंग बिरंगे सपने पर ये दिन जल्दी ही उड़ जाते हैं. और इसी समय शायद बैंक में कुछ शून्य कम होते हैं. क्योंकि थोड़ी मौजमस्ती, घूमनाफिरना , खरीदी होती है।

और फिर धीरे से बच्चे के आने की आहट होती है और वर्ष भर में पालना झूलने लगता है दोस्तों फिर से एक ख़ुशी मिलती है।

सारा ध्यान अब बच्चे पर केंद्रित हो जाता है.  उसका खाना पीना , उठना बैठना , शु शु पाॅटी , उसके खिलौने, कपड़े और उसका लाड़ दुलार.  समय कैसे फटाफट निकल जाता है।

इन सब में कब इसका हाथ उसके हाथ से निकल गया, बातें करना  घूमना फिरना कब बंद हो गया पति पत्नी दोनों को ही पता नहीं चला।

जान है तो जहान है

जान है तो जहान है

मैगी

चिप्स

नूडल्स

पित्ज़ा

बर्गर

केक

पेस्ट्रीज़

कोक

पेप्सी

सॉस

मांसाहार

चैक आया रे - हास्य

एक अच्छी सी सूंदर सी महिला थी , वो अक्सर बैंक
आया करती थी।
उस बैंक के सारे कर्मचारी उस महिला से प्रभावित
थे, उसे देखने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते थे।
सबने मिलकर केशियर को कह रख्खा था, जब भी
वो महिला आये तो जोर से आवाज लगाना "चैक
आया रे"

2015-06-19

आज सरे बाजार देखा है

बेजुबान पत्थर पे लदे है करोडो के गहने मंदिरो में ।
उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हे हाथो को देखा है।।

सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूरत के आगे । बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ।।

लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार ,पर बहार एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।

वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हाल के लिए , घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।

सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को, आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।

2015-06-18

महान हस्तियों के जन्म दिन



 महान हस्तियों के  जन्म दिन   

Jan...
12-1-1863 स्वामी विवेकानंद
28-1-1865 लाला लजपतराय
1-1-1894 जगदीश चंद्र बोंज
23-1-1897 सुभाष चंद्र बोंज
13-1-1949 राकेश शर्मा
20-1-1900 जनरल के.ऍम.    करिअप्पा
------------------------------------------
Feb...
18-2-1486 महाप्रभु चेतन्य
18-2-1836 रामकुष्ण परमहंस

Normal Hemoglobin Levels for Children


Normal Hemoglobin Levels for Children


            Age Group Normal                         Hemoglobin Level


  • ·    Birth  week:                = 17.5 g/dL (-2SD: 13.5 g/dL)
  • ·    2 weeks:                    =16.5 g/dL (-2SD: 12.5 g/dL)
  • ·   1 month:                     = 14.0 g/dL (-2SD: 10.0 g/dL)
  • ·   2 months:                   =11.5 g/dL (-2SD: 9.0 g/dL)

2015-06-15

प्रेम से मिलता है मोक्ष

प्रेम से मिलता है मोक्ष

सूफी फकीर कहते हैं कि दया तुम्हें परमात्मा तक नहीं पहुंचायेगी। दया नैतिक है, प्रेम धर्म है। इसलिये तुम गरीबों की सेवा करो, भूमिहीनों को भूमि दिलवाओ, बीमारों का हाथ-पैर दाबो। अगर यह कर्तव्य है तो तुम चूक गये।

ईसाइयत दया के कारण चूकती चली गई है। क्योंकि जीसस ने 'सर्विस' पर, सेवा पर बड़ा जोर दिया। लेकिन जीसस की सेवा प्रेम का पर्यायवाची थी। ईसाई मिशनरी सेवा कर रहा है, क्योंकि सेवा सीढ़ी है परमात्मा तक जाने की। गरीब चाहिए, बे-पढ़े-लिखे लोग चाहिए, आदिवासी चाहिए, भूखे-नंगे लोग चाहिए; उनकी सेवा करो। क्योंकि सेवा ही रास्ता है, उससे ही तुम पहुंच सकोगे। जिस दिन दुनिया में सभी सुखी होंगे और सेवा करने को कोई न बचेगा, उस दिन ईसाई मिशनरी के लिए स्वर्ग जाने का रास्ता बंद। तो बहुत गहरे में ईसाई मिशनरी चाहेगा नहीं कि दुनिया सुखी हो जाये।

एक हिंदू विचारक हैं करपात्री; उन्होंने एक किताब लिखी है रामराज्य और समाजवाद पर। समाजवाद के खिलाफ उन्होंने बड़ी से बड़ी दलील दी है, वह यह है कि अगर समाजवाद में सभी लोग समान हो गये तो दान असंभव हो जायेगा। और दान के बिना तो मोक्ष नहीं है।

इन ब्रान्डेड चीजो का ही ईस्तमाल करे....

हमेशा इन ब्रान्डेड चीजो का ही ईस्तमाल करे....+

1. होठों के लिये " सच "

2. आवाज के लिये " दुआ"

3. आंखो के लिये " रेहम"

मायके जाने का चलन साल में 3 बार होना चाहिए

बीवियों के मायके रहने जाने का चलन
साल में 3 बार होना चाहिए...फायदे:

01.   इससे पति-पत्नी का प्रेम बढ़ेगा 
02.  तलाक के मामले घटेंगे 
03.  मायके में भी बीवियों को अपना भाव पता चलेगा 
04.  पति की कद्र बढ़ेगी 

what happens when you drink carbonated drinks

The amount of people drinking soda on a regular basis has increased rapidly. With cola being the most preferred drink. In fact, more and more people are now substitute plain water with soda drinks. Not realising how it is deeply affecting our organs. Soda beverages contain staggering amount of sugar, with high fructose corn syrup, which is one of the biggest causes of obesity in India.

This is what happens when you drink carbonated drinks.

After 20 Minutes- The effects that soda has on your body vary over a duration of time as explained here. For instance, within 20 minutes of drinking soda, you will notice a spike in your blood sugar.

2015-06-14

मूल्यवान जीवन

एक हीरा व्यापारी था जो हीरे का बहुत बड़ा विशेषज्ञ माना जाता था, किन्तु गंभीर बीमारी के चलते अल्प आयु में ही उसकी मृत्यु हो गयी . अपने पीछे वह अपनी पत्नी और बेटा छोड़ गया . जब बेटा बड़ा हुआ तो उसकी माँ ने कहा –

“बेटा , मरने से पहले तुम्हारे पिताजी ये पत्थर छोड़ गए थे, तुम इसे लेकर बाज़ार जाओ और इसकी कीमत का पता लगा, ध्यान रहे कि तुम्हे केवल कीमत पता करनी है , इसे बेचना नहीं है.”

नेक बनो एक बनो

ना मुसलमाँ खतरे में है, ना हिन्दू खतरे में है
धर्म और मज़हब से बँटता इंसान खतरे में है
ना राम खतरे में है, ना रहमान खतरे में है
सियासत की भेट चढ़ता भाईचारा खतरे में है

घर का मंत्रालय



सास ने नई-नवेली बहू को घर
की व्यवस्था समझाते हुए कहा,
"देखो, मैं इस घर की गृहमंत्री हूं,
लेकिन साथ ही वित मंत्रालय
भी संभालती हूं...
तुम्हारे ससुर घर के विदेशमंत्री है।
मेरा बेटा और तुम्हारा पति आपूर्ति मंत्री है
एवं मेरी बेटी और तुम्हारी ननद

गीतों से रोगों का इलाज


गीतों से रोगों का इलाज


Treat diseases of songs

संगीत से बीमारियो का ईलाज

आजकल संगीत द्वारा बहुत सी बीमारियों का उपचार किया जाने लगा है। चिकित्सा विज्ञान भी यह मानने लगा हैं कि प्रतिदिन २० मिनट अपनी पसंद का संगीत सुनने से बहुत से रोगों से दूर रह सकते है। जिस प्रकार हर रोग का संबंध किसी ना किसी ग्रह विशेष से होता हैं उसी प्रकार संगीत के हर सुर व राग का संबंध किसी ना किसी ग्रह से अवश्य होता हैं। यदि किसी जातक को किसी ग्रह विशेष से संबन्धित रोग हो और उसे उस ग्रह से संबन्धित राग, सुर अथवा गीत सुनाये जायें तो जातक शीघ्र ही स्वस्थ हो जाता हैं| यहाँ इसी विषय को आधार बनाकर ऐसे बहुत से रोगों पर उपचार करने वाले रागों के विषय मे जानकारी देने का प्रयास किया गया है| जिन शास्त्रीय रागों का उल्लेख किया किया गया है उन रागों मे कोई भी गीत, भजन या वाद्य यंत्र बजा कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यहाँ उनसे संबन्धित चलचित्रों के गीतों के उदाहरण देने का प्रयास भी किया गया है।
1) हृदय रोग –
इस रोग मे राग दरबारी व राग सारंग से संबन्धित संगीत सुनना लाभदायक है। इनसे संबन्धित चलचित्रों के गीत निम्न हैं- 
* तोरा मन दर्पण कहलाए (काजल), 
* राधिके तूने बंसरी चुराई (बेटी बेटे ), 
* झनक झनक तोरी बाजे पायलिया ( मेरे हुज़ूर ), 
* बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम (साजन), 
* जादूगर सइयां छोड़ मोरी (फाल्गुन), 
* ओ दुनिया के रखवाले (बैजू बावरा ), 
* मोहब्बत की झूठी कहानी पे रोये (मुगले आजम )

पति पत्नी चुटकले भाग - 6

पति पत्नी चुटकले  Husband wife jokes



बीवी देवदास फिल्म के डायलाग " एक चुटकी सिन्दूर की कीमत तुम क्या जानौ बाबू"
बार बार बोलती थी ।।।।

एक बार पति ने बिठाकर समझाया ।।।।।


देख रसोई राशन ३०००
बिजली बिल।     २०००
पानी                   १०००
फिस                    २०००
किराया।               ७०००
और खरचा।          ५०००


सुन पागल औरत
एक चुटकी सिन्दूर की कीमत
२०००० रू महिना है ।


आज के बाद चुप रहियो ।।।


बीवी आज तक होश मे नही है ।।।


☺

पति पत्नी चोरी के बारे में बात
कर रहे थे।
पति: जो चोरी करता है वह
बाद में  ज़रूर पछताता है।
पत्नी रोमांटिक अंदाज़ में बोली:
और तुमनें शादी से पहले जो
मेरी नींदें चुराई थीं उनके बारे में
क्या ख़याल है?
पति: कह तो रहा हूँ, जो चोरी
करता है वह बाद में ज़रूर पछताता है।



"तुम बहुत सुन्दर और बहुत
पतली भी लग रही हो ..
I Love You Darling.. "
परिवार की शांति के लिए पत्नी
को बोले जाने वाले इस
झूठ का पाप नही लगता...





"अरेंज्ड मैरिज के भी
अपने फायदे है..
.
.
.
कभी कभी ऐसी लडकी से शादी
हो जाती है,
जिसे लडका खुद सात जनमो तक
नहीं पटा सकता.."
-बोल बच्चन..



पिंड दी सरदारनी अपने सरदार नू-
"सरदार जी आज मकडोनाल्ड चलिए..??"
सरदार-
"स्पेलिंग दस दे फेर चलेंगे.."
सरदारनी-
"फेर KFC चलदे हाँ.."
सरदार-
"KFC दी फुल फॉर्म बोल, फेर चलदे हां.."
सरदारनी-
"रहन दे कुत्तेया, कुलचे छोले ही खवा दे.."

Solar Power the cheapest form of power

A major new study finds that the cost reduction potential of large scale solar is still misunderstood, and predicts that solar PV will be the cheapest form of power within a decade.

Even in the most conservative scenarios for market development, without considering technology breakthroughs, significant further cost reductions are expected.

क्या अपने अंदर झांकना मुश्किल तरीन काम है

एक मार्मिक संदेश 

गाँव में एक किसान रहता था जो दूध से दही और मक्खन बनाकर बेचने का काम करता था। एक दिन बीवी ने उसे मक्खन तैयार करके दिया वो उसे बेचने के लिए अपने गाँव से शहर की तरफ रवाना हुवा।वो मक्खन गोल पेढ़ो की शकल मे बना हुवा था और हर पेढ़े का वज़न एक kg था।शहर मे किसान ने उस मक्खन को हमेशा की तरह एक दुकानदार को बेच दिया,और दुकानदार से चायपत्ती,चीनी,तेल और साबुन व गैरह खरीदकर वापस अपने गाँव को रवाना हो गया.

                 

बसना हो तो ह्रदय में बसो


एक दिन रुक्मणी ने भोजन के बाद श्री कृष्ण को दूध पीने को दिया।दूध ज्यदा गरम होने के कारण श्री कृष्ण के हृदय में लगा और उनके श्रीमुख से निकला हे राधे !

सुनते ही रुक्मणी बोली प्रभु! ऐसा क्या है राधा जी में ,जो आपकी हर साँस पर उनका ही नाम होता है।मैं भी तो आपसे अपार प्रेम करती हूँ; फिर भी आप हमें नहीं पुकारते।


श्री कृष्ण ने कहा -देवी!आप।कभी राधा से मिली हैं ?और मंद मंद मुस्काने लगे। अगले दिन रुक्मणी राधाजी से मिलने उनके महल में पहुंची ।


राधाजी के कक्ष के बाहर अत्यंत खूबसूरत स्त्री को देखा और उनके मुख पर तेज होने कारण उसने सोचा कि ये ही राधाजी है और उनके चरण छुने लगी; तभी वो बोली -आप कौन हैं ?


2015-06-13

उसकी शादी हो गयी है

उसका शरीर जर्जर है...
 लगता है लुटा लुटा सा..!
बाल भी बिखरे बिखरे हैं...
 लगता है पिटा पिटा सा...!
मस्तिष्क अस्त व्यस्त है...
 है कहीं खोया सा...!!!
जाग रहा है पर लगता है...
 जैसे वो सोया सा...!
लगता है तबियत उसकी..
 अब आधी हो गयी है...!
जी हाँ आप सही समझे
 उसकी शादी हो गयी है...!!

 

Why the Buddha Touched the Earth

The entire cosmos is a cooperative. The sun, the moon, and the stars live together as a cooperative. The same is true for humans and animals, trees, and the Earth. When we realize that the world is a mutual, interdependent, cooperative enterprise -- then we can build a noble environment. If our lives are not based on this truth, then we shall perish. --Buddhadasa Bhikkhu
 

2015-06-10

ध्यान का अर्थ

Meditation means
 
 
छोटी-सी दीखने वाली कथा जीवन का, साधना का सारा सार-संक्षिप्त लिए हुए है। वह सार-संक्षिप्त इतना ही है, कि यदि वासनाएं पूरी हो गई हों, यदि भोजन पूरा हो गया हो, तो अब थाली को धो डालो। अगर मन की दौड़ पूरी हो गई हो, तो अब मन को धो लो। अगर संसार में चलने की आकांक्षा भर गई हो, तो अब थाली को धो लो। इतना ही ध्यान का सार भी है।

 पहले हम ध्यान का अर्थ समझें और फिर वापिस कथा के अर्थ पर लौट आएं। ध्यान का अर्थ है: मन काम कर रहा है चौबीस घंटे, सतत। चाहे तुम जागो, चाहे तुम सोओ, चाहे तुम उठो, चाहे बैठो; चाहे श्रम करो, चाहे विश्राम; लेकिन मन निरंतर काम में लगा है। मन की थकान धूल की तरह इकट्ठी होती है। और मन की प्रत्येक क्रिया तुम्हारी चेतना को धुएं से भर जाती है। क्योंकि मन की क्रिया में भी ईंधन जलता है।

 

2015-06-09

सुन्दरकाण्ड - श्रीरामचरितमानस

सुन्दरकाण्ड
श्रीजानकीवल्लभो विजयते
श्रीरामचरितमानस
~~~~~~~~


पञ्चम सोपान
सुन्दरकाण्ड
श्लोक





शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं
ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम् ।

रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं
वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूड़ामणिम्।।1।।

नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये
सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा।
भक्तिं प्रयच्छ रघुपुङ्गव निर्भरां मे
कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च।।2।।

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।3।।

जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए।।
तब लगि मोहि परिखेहु तुम्ह भाई। सहि दुख कंद मूल फल खाई।।

जब लगि आवौं सीतहि देखी। होइहि काजु मोहि हरष बिसेषी।।
यह कहि नाइ सबन्हि कहुँ माथा। चलेउ हरषि हियँ धरि रघुनाथा।।

सिंधु तीर एक भूधर सुंदर। कौतुक कूदि चढ़ेउ ता ऊपर।।
बार बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी।।

जेहिं गिरि चरन देइ हनुमंता। चलेउ सो गा पाताल तुरंता।।
जिमि अमोघ रघुपति कर बाना। एही भाँति चलेउ हनुमाना।।

जलनिधि रघुपति दूत बिचारी। तैं मैनाक होहि श्रमहारी।।

दो0- हनूमान तेहि परसा कर पुनि कीन्ह प्रनाम।
राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम।।1।।

–*–*–

जात पवनसुत देवन्ह देखा। जानैं कहुँ बल बुद्धि बिसेषा।।
सुरसा नाम अहिन्ह कै माता। पठइन्हि आइ कही तेहिं बाता।।

आजु सुरन्ह मोहि दीन्ह अहारा। सुनत बचन कह पवनकुमारा।।
राम काजु करि फिरि मैं आवौं। सीता कइ सुधि प्रभुहि सुनावौं।।

तब तव बदन पैठिहउँ आई। सत्य कहउँ मोहि जान दे माई।।
कबनेहुँ जतन देइ नहिं जाना। ग्रससि न मोहि कहेउ हनुमाना।।

जोजन भरि तेहिं बदनु पसारा। कपि तनु कीन्ह दुगुन बिस्तारा।।
सोरह जोजन मुख तेहिं ठयऊ। तुरत पवनसुत बत्तिस भयऊ।।

जस जस सुरसा बदनु बढ़ावा। तासु दून कपि रूप देखावा।।
सत जोजन तेहिं आनन कीन्हा। अति लघु रूप पवनसुत लीन्हा।।

बदन पइठि पुनि बाहेर आवा। मागा बिदा ताहि सिरु नावा।।
मोहि सुरन्ह जेहि लागि पठावा। बुधि बल मरमु तोर मै पावा।।

दो0-राम काजु सबु करिहहु तुम्ह बल बुद्धि निधान।
आसिष देह गई सो हरषि चलेउ हनुमान।।2।।

–*–*–

निसिचरि एक सिंधु महुँ रहई। करि माया नभु के खग गहई।।
जीव जंतु जे गगन उड़ाहीं। जल बिलोकि तिन्ह कै परिछाहीं।।

गहइ छाहँ सक सो न उड़ाई। एहि बिधि सदा गगनचर खाई।।
सोइ छल हनूमान कहँ कीन्हा। तासु कपटु कपि तुरतहिं चीन्हा।।

ताहि मारि मारुतसुत बीरा। बारिधि पार गयउ मतिधीरा।।
तहाँ जाइ देखी बन सोभा। गुंजत चंचरीक मधु लोभा।।


माँ पीताम्बरा शक्ति पीठ, दतिया मध्य प्रदेश

माँ पीताम्बरा शक्ति पीठ, दतिया मध्य प्रदेश : माँ बगलामुखी शक्ति पीठ 

जय माँ सदा सहाय 

म.प्र. में दतिया जिले में सिथत मा पीताम्बरा का शक्तिपीठ भारत में अद्वितीय है और इसकी समानता कामाख्या मंदिर से ही की जा सकती है। इस शकित पीठ में मा बगलामुखी देवी का विशाल रूप स्थापित है जिसके संबंध में ऐसी जन मान्यता है कि मा बगलामुखी के परिसर में प्रवेश करने से श्रद्धालु भक्त के संकट स्वमेव दूर हो जाते हैं एवं मंदिर परिसर में धर्म प्रेमियों के रूकने की व्यवस्थाएं हैं इसके अलावा झांसी रेलवे स्टेशन से दतिया की दूरी मात्र 28 कि.मी. है और वायुयान से ग्वालियर समीपस्थ हवार्इ अडडा है।

धार्मिक अनुष्ठान और कार्यसिद्धी योग की पूर्ति हेतु देश और प्रदेश के उधोगपति और राजनेता निरन्तर दतिया सिथत इस शक्तिपीठ में आते हैं।

भारत के लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है, जो मध्य प्रदेश में स्थित है।  मुकदमे आदि के मामले में पीताम्बरा देवी का अनुष्ठान सफलता प्राप्त करने वाला माना जाता है। मध्य प्रदेश राज्य ज़िला दतिया निर्माण काल 1935 प्रसिद्धि शक्तिपीठ संबंधित लेख मध्य प्रदेश , दतिया , शक्तिपीठ विशेष पीताम्बरा पीठ के प्रांगण में ही 'माँ धूमावती देवी' का मन्दिर है, जो भारत में भगवती धूमावती का एक मात्र मन्दिर है।


Climb the Mountain with the Intention to See the World

A German once visited a temple under construction where he saw a sculptor making an idol of God...
Suddenly he noticed a similar idol lying nearby...

Surprised, he asked the sculptor, "Do you need two statues of the same idol?"
"No," said the sculptor
without looking up, "We need only one, but the first one got damaged at the last stage..."


खेड़ापति हनुमान मंदिर ग्वालियर

श्री खेड़ापति जी हनुमान मंदिर ग्वालियर

खेड़ापति हनुमान मंदिर ग्वालियर की 250 वर्ष पुरानी हनुमान जी की प्रतिमा आश्चर्यजनक रूप से अपना असली रूप छोड़कर बाल रूप में आ गई।

भारत के मध्य प्रदेश राज्यान्तर्गत ग्वालियर पुरातन काल से गालव ऋषि की तपोभूमि रहा है। यहां पर संकटमोचन सिद्ध श्री खेड़ापति जी हनुमान जी का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर की मान्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की सुबह 4.00 बजे से ही यहां भक्त दर्शनों के लिए आना शुरू कर देते है और देर रात तक यह कार्यक्रम चलता रहता है। 

भारत की संस्कृति को पहचाने

अपनी भारत की संस्कृति को पहचाने.
1.   दो पक्ष-
कृष्ण पक्ष ,
शुक्ल पक्ष !

2.   तीन ऋण -
देव ऋण , 
पितृ ऋण ,
ऋषि ऋण !

3.  चार युग -
सतयुग ,
त्रेतायुग ,
द्वापरयुग ,
कलियुग !

4.  चार धाम -
द्वारिका ,
बद्रीनाथ ,
जगन्नाथ पुरी ,
रामेश्वरम धाम !

5.  चारपीठ -
शारदा पीठ ( द्वारिका )
ज्योतिष पीठ ( जोशीमठ बद्रिधाम )
गोवर्धन पीठ ( जगन्नाथपुरी ) ,
शृंगेरीपीठ !

Paramahansa on the ship to America


I GO TO AMERICA

“America! Surely these people are Americans!” This was my thought as a panorama of Western faces passed before my inward view.*

[*Many of those faces I have since seen in the West, and instantly recognized.]

Immersed in meditation, I was sitting behind some dusty boxes in the storeroom of the Ranchi school. ** A private spot was difficult to find during those busy years with the youngsters!

श्री चिंताहरण गणेश मंदिर उज्जैन


श्री चिंताहरण गणेश मंदिर उज्जैन।

ऐसा माना जाता है कि राजा दशरथ के उज्जैन में पिण्डदान के दौरान भगवान श्री रामचन्द्र जी ने यहां आकर पूजा अर्चना की थी।

उज्जैन से करीब 6 किलोमीटर दूर भगवान श्री गणेश के तीन रूप एक साथ विराजमान है, जो चितांमण गणेश, इच्छामण गणेश और सिद्धिविनायक के रूप में जाने जाते है। श्री चिंताहरण गणेश जी की ऐसी अद्भूत और स्वयंभू अलोकिक प्रतिमा देश में शायद ही कहीं होगी। भक्त की इच्छा पूर्ण करने वाले, इच्छामण, सिद्धि देने वाले सिद्धिविनायक के साथ समस्त चिंता को दूर करने वाले चिंतामण गेणेश जी विराजमान है। इनका श्रृंगार सिंदूर से किया जाता है। श्रृंगार से पहले दूध और जल से इनका अभिषेक किया जाता है और विशेष रूप से मोदक एवं मोतीचूर के लड्डू का भोग इन्हें लगाया जाता है जो इन्हें अत्यन्त प्रिय है।

2015-06-08

7th CPC joint draft memorandum on dt 08April2015

7th CPC joint draft memorandum submitted on dtd 08/04/2015 by the member of CPC from  DOPT, MHA, MEA and DS&T etc with recommendations to implement w.e.f. 1st January 2016.  

                         

Member (attached 26 pages report) Pay scale are calculated on the basis of pay drawn in PB including GP multiply by the factor 2.15 and new basic pay will be (old PB+GP)*2.15 (.) Pension and family pension multiply factor should be 2.50.   

Member (attached 14 pages report) annual rate of increment divided  into five categories(A) 2500 for fixed basic (B) 1500 for class 1(C) 1200 for class 2 (D) 1000-Group A,800-Group B,600-Group C for class 3 (E) 400 for class 4 annually.                             

Member(attached 32 pages report) The present MACPs scheme should be replaced by giving 4 up gradation after completion of 10,18,25,30 years of continues service.               

Member (attached 28 pages report) house rent allowance should be as it was in 6th CPC and date of increment should be 1st January in place of 1st July w.e.f. 01-01-2016 and house building advance should be 50 times of new basic pay.                                      

ख़ुद मिटे तो वो मिले

ख़ुद मिटे तो वो मिले
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बुद्ध के जीवन में उल्लेख है : एक गांव में यज्ञ हो रहा है और गांव का राजा एक बकरे को बलि चढ़ा रहा है। बुद्ध गांव से गुजरे हैं, वे वहां पहुंच गए। और उन्होंने उस राजा से कहा कि यह क्या कर रहे हैं? इस बकरे को चढ़ा रहे हो? , किसलिए? तो उसने कहा कि इसके चढ़ाने से बड़ा पुण्य होता है। तो बुद्ध ने कहा, मुझे चढ़ा दो तो और भी ज्यादा पुण्य होगा। वह राजा थोड़ा डरा। बकरे को चढ़ाने में कोई हर्जा नहीं, लेकिन बुद्ध को चढ़ाना! उसके भी हाथ-पैर कंपे। 


भोजन के साथ बेहोशी क्यों आ जाती है?

भोजन के साथ बेहोशी क्यों आ जाती है? 

क्योंकि जैसे ही पेट में भोजन जाता है, मस्तिष्क में जो ऊर्जा साधारणतः काम करती है--जो शक्ति, वह पेट खींच लेता है।
 
क्योंकि पेट को पचाने की जरूरत पड़ती है, तो सारे शरीर से शक्ति को पेट खींच लेता है 
क्योंकि भोजन को पचाना है, पेट की अग्नि को ठीक से जलना है।

और मस्तिष्क बड़ी सूक्ष्म शक्ति से चलता है। होश सूक्ष्मतम शक्ति है।
 
जैसे ही पेट में भोजन गया कि मस्तिष्क की शक्ति पेट की तरफ उतर जाती है। बस, सिर झपकी खाने लगता है, नींद आने लगती है। 

2015-06-03

आत्म हत्या

एक युवक आत्म हत्या के लिए जा रहा था ,शायद जीवन से उसका मोह भगं हो चुका था जैसे कि हमारे तथा कथित धार्मिक लोग है जो मोक्ष और मूक्ति के चक्कर मे जीवन से मूहं मोढे बैठे है ,दरिया मे कुदने ही वाला था कि एक सन्यासी ने उसका हाथ पकड लिया ,शायद वो साक्षात ईश्वर ही होगा उसके लिए। उसने कहा आप मुझे मर जाने दे मै अब नही जीना चाहता जीवन ने मेरे साथ बहूत अन्याय किया है मेरा भगवान से इन्सानियत से भरोसा उठ गया है , कुछ भी तो नही दिया मुझे ईश्वर ने अनाथालय मे पला हू , वहा शोषन हुआ है तो भाग आया हूं , न मे पडना लिखना जानता हूं , न जेब मे फूटी कोढी है भीख भी कोइ नही देने को राजी । सब तरफ अन्धेरा है क्या करूगां जी कर , मरना सबसे उतम है मेरी स्थिति मे । 

जीवन का राज

एक सूफी फकीर के पास एक युवक आया और उस युवक ने कहा कि क्या आप मुझे जीवन का राज समझाएंगे? मैं बहुत गुरुओं के पास गया हूं बहुत ठोकरें खाई हैं दर—दर की, बहुत धूल फांकी है राहों की; मगर कोई मुझे जीवन का राज नहीं समझा सका। और जिसने जो कहा वही मैंने किया। किसी ने कहा उलटे खड़े होओ तो उलटा खड़ा हुआ। किसी ने कहा यह मत खाओ तो वह नहीं खाया। किसी ने कहा ऐसे सोओ तो ऐसे सोया। पता नहीं कितनी—कितनी कवायदें करके आया हूं थक गया हूं! आपका किसी ने पता दिया तो आपके पास आ गया। जीवन का राज आप मुझे बताएंगे?


कैसे बदलें Negative Thoughts को Positive में ? 

कैसे बदलें Negative Thoughts को Positive में ? 

Law Of Attraction (LOA) कहता है कि हम जो भी सोचते हैं उसे अपने जीवन में आकर्षित करते हैं, फिर चाहे वो चीज अच्छी हो या बुरी।
 
उदाहरण के लिए: अगर कोई सोचता है कि वो हमेशा परेशान रहता है, बीमार रहता है और उसके पास पैसों कि कमी रहती है तो असल जिंदगी में भी ब्रह्माण्ड घटनाओं को कुछ ऐसे सेट करता है कि उसे अपने जिंदगी में परेशानी, बीमारी और तंगी का सामना करना पड़ता है।
 
वहीँ दूसरी तरफ अगर वो सोचता है कि वो खुशहाल है, सेहतमंद है और उसके पास खूब पैसे हैं तो LOA कि वजह से असल जिंदगी में भी उसे खुशहाली, अच्छी सेहत और समृद्धि देखने को मिलती है।
 
“हम जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं” 


2015-06-01

कैसे पेट्रोल पंप वाले डालते है कम पेट्रोल

कैसे पेट्रोल पंप वाले डालते है आपकी गाडी में कम पेट्रोल – जानकर चौंक पड़ेंगे आप

कैसे चोरी होता है पेट्रोल, कैसे लगती है आपकी जेब पर चपत, समझिए -


हमें  काफी दिनों से पेट्रोल पम्पो द्वारा कम पेट्रोल डाले जाने की सूचनाये मिल रही थी,लेकिन ये बात समझ में नही आ पा रही थी की जब मीटर चलता है तो ये पेट्रोल पंप वाले कम पेट्रोल कैसे डाल देते है इसी उधेड़बुन को लेकर हमारा  एक रिपोर्टर पेट्रोल पम्प पर पेट्रोल डलवाने गया जहाँ से ये शिकायते आ रही थी.

पढ़िए रिपोर्टर की ज़ुबानी