2016-10-04

तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ

*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*


सिंह की सवार बनकर
रंगों की फुहार बनकर
पुष्पों की बहार बनकर
सुहागन का श्रंगार बनकर
*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*
खुशियाँ अपार बनकर
रिश्तों में प्यार बनकर
बच्चों का दुलार बनकर
समाज में संस्कार बनकर
*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*
रसोई में प्रसाद बनकर
व्यापार में लाभ बनकर
घर में आशीर्वाद बनकर
मुँह मांगी मुराद बनकर
*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*
संसार में उजाला बनकर
अमृत रस का प्याला बनकर
पारिजात की माला बनकर
भूखों का निवाला बनकर
*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*
शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी बनकर
चंद्रघंटा, कूष्माण्डा बनकर
स्कंदमाता, कात्यायनी बनकर
कालरात्रि, महागौरी बनकर
माता सिद्धिदात्री बनकर
*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*
तुम्हारे आने से नव-निधियां
स्वयं ही चली आएंगी
तुम्हारी दास बनकर
*तुम्हारा स्वागत है माँ तुम आओ*

*सभी पर माँ की कृपा खूब बरसे.*
 *जय श्री माताजी* 

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