प्रतिदिन चार पत्तियां तुलसी की सुबह खाली पेट ग्रहण
करने से मधुमेह, रक्त विकार, वात,पित्त आदि दोष दूर होने लगते है. मां तुलसी के समीप
आसन लगा कर यदि कुछ समय हेतु प्रतिदिन बैठा जाये तो श्वास के रोग अस्थमा आदि से जल्दी
छुटकारा मिलता है.
इसके गुणों को आधुनिक रसायन शास्त्र भी मानता है.
इसकी हवा तथा स्पर्श एवम इसका भोग दीर्घ आयु तथा स्वास्थ्य विशेष रूप से वातावरण को
शुद्ध करने में सक्षम होता है. शास्त्रानुसार तुलसी के विभिन्न प्रकार के पौधे मिलते
है उनमें श्रीकृष्ण तुलसी, लक्ष्मी तुलसी, राम तुलसी, भू तुलसी, नील तुलसी, श्वेत तुलसी,
रक्त तुलसी, वन तुलसी, ज्ञान तुलसी मुख्य रूप से विद्यमान है. सबके गुण अलग अलग है
शरीर में नाक कान वायु कफ ज्वर खांसी और दिल की बिमारियों परविशेष प्रभाव डालती है.
तुलसी के लगातार सेवन से कैंसर और पथरी जैसी गंभीर
बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है। यह घर में आसानी से उपलब्ध हो जाती है, इसलिए
यह सबसे किफायती औषधि है। तुलसी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इंफेक्शन जैसे सर्दी-जुकाम
से राहत देते हैं।
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