गंभीर मत होओ।
अपनी गपशप का आनंद लो,
जीवन की छोटी-छोटी चीजों का,
जीवन के छोटे-छोटे सुखों का आनंद लो।
यह सब तुम्हारे अंतस को समृद्ध करते हैं।
अपनी गपशप का आनंद लो,
जीवन की छोटी-छोटी चीजों का,
जीवन के छोटे-छोटे सुखों का आनंद लो।
यह सब तुम्हारे अंतस को समृद्ध करते हैं।
सुगम है मंदिर जाना; मन में जाना कठिन है।
इसलिए सुगम को लोग चुन लेते है।पर सुगम का सत्य से कोई सम्बन्ध नहीं है।
सुविधा से सत्य का कोई सम्बन्ध नहीं है।
इसलिए,
अधिक लोग पूजा करते है, प्रार्थना करते है।
पर बहुत थोड़े लोग ध्यान करते है।
पर जो ध्यान करते है,
वे ही पंहुचते है।
परमात्मा तक.
***OSHO***
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