2015-05-14

मै गुजरे पल को सोचूँ

मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत
याद आते हैं.. 


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      मै गुजरे पल को सोचूँ       
      तो कुछ दोस्त
      बहुत याद आते हैं.. 

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अब जाने कौन सी नगरी में,
  आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
  मैं देर रात तक जागूँ तो,
  कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..

      

   कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
   कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
   मैं शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
   कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..

      

   सबकी जिंदगी बदल गयी
   एक नए सिरे में ढल गयी
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कोई girlfriend में busy है..
   कोई बीवी के पीछे crazy हैं..

    _____________________

किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही
   ______________________
    
 कोई पढने में डूबा है..
    किसी की दो दो महबूबा हैं..
    ____________________
   
सारे यार गुम हो गये हैं
   तू से तुम और आप हो गये है

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  मै गुजरे पल को सोचूँ       
      तो, कुछ दोस्त
      बहुत याद आते हैं..... 

Dedicated to all my loving friend

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