महिलाओं के लिए विशेष - दादी माँ का देसी घरेलु नुस्खा - जो महिलाओं की हर तरह की कमजोरी को दूर करेगा
आज कल अधिकतर महिलाएं श्वेत रक्त प्रदर, रक्त प्रदर , मासिक धर्म की अनियमितता, कमजोरी, दुबलापन, सिरदर्द, कमरदर्द आदि कई बीमारियां से परेशान है. ये सभी बीमारियां शरीर को स्वस्थ नहीं रहने देती हैं। अतः अपनाएं निम्न दादी माँ का देसी घरेलु नुस्खा जो महिलाओं की हर तरह की कमजोरी को दूर करता है।
सामग्री:
- स्वर्ण भस्म या वर्क दस ग्राम,
- मोती पिष्टी बीस ग्राम,
- शुद्ध हिंगुल तीस ग्राम,
- सफेद मिर्च चालीस ग्राम,
- शुद्ध खर्पर अस्सी ग्राम।
- गाय के दूध का मक्खन पच्चीस ग्राम
तैयार करने की विधि:
थोड़ा सा नींबू का रस पहले स्वर्ण भस्म या वर्क और हिंगुल को मिला कर एक जान कर लें। फिर शेष द्रव्य मिलाकर मक्खन के साथ घुटाई करें। फिर नींबु का रस कपड़े की चार तह करके छान लें। और इसमें मिलाकर चिकनापन दूर होने तक घुटाई करनी चाहिए। आठ-दस दिन तक घुटाई करनी होगी। फिर उसकी एक-एक रत्ती की गोलियां बना लें।
कैसे करें सेवन:
1 या 2 गोली सुबह शाम एक चम्मच च्यवनप्राश के साथ सेवन करें। इस दवाई का सेवन करने से महिलाओं को प्रदर रोग, शारीरिक क्षीणता, और कमजोरी आदिसे मुक्ति मिलती है और शरीर स्वस्थ और सुडौल बनता है।
यह दवाई ''स्वर्ण मालिनी' ' वसंत के नाम से बाजार में भी मिलती है। इसके सेवन से शरीर बलशाली होता है। शरीर के सभी अंगों को ताकत मिलती है।
महिलाएं स्वभाव से बहुत ही भावुक होती है। कहते हैं ममता, प्यार, दया और सेवा ये सभी गुण उनमें जन्म से ही होते हैं। इसीलिए वे शादी के बंधन में बंधने के बाद पराए घर को अपनाकर अपने दिन-रात उनकी सेवा में लगा देती है। ऐसे में अधिकतर महिलाएं अपने ऊपर ध्यान नहीं दे पाती हैं। ध्यान नहीं देने के कारण वे कई बार अपनी बीमारियों को छिपाए रखती हैं। इस तरह अंदर ही अंदर वे कमजोर होती जाती हैं। श्वेत रक्त प्रदर, रक्त प्रदर , मासिक धर्म की अनियमितता, कमजोरी दुबलापन, सिरदर्द, कमरदर्द आदि। ये सभी बीमारियां शरीर को स्वस्थ और सुडौल नहीं रहने देती हैं। इसलिए उपरोक्त आयुर्वेदिक नुस्खा जो महिलाओं की हर तरह की कमजोरी को दूर करता है का सेवन करें.
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