अंगूर में विटामिन्स ,पोटेशियम , मैगनेशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंगूर में एेसे एंटीऑक्सीडेंट पाएं जाते है जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते है। अंगूर सिर्फ हमारे शरीर के लिए ही नहीं ब्लकि हमारे चेहरे की त्वचा के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ है। अंगूर का सेवन करने से कई रोगों से राहत पाई जा सकती है।पेट संबंधित रोगों से निजात पाई जा सकती है।
महत्वपूर्ण उपयोग-
1 अंगूर ब्लड प्रेशर वालो के लिय बहुत उपयोगी है ।
2 एनीमिया होने पर अंगूर का सेवन करना बहुत फायेदेमंद होता है ।
3 अंगूर ग्लूकोज शुगर एवं आयरन की कमी को दूर करता है ।
4 अंगूर को नमक काली मिर्च के साथ खाने से कब्ज में बहुत फायेदा होता है।
5 अंगूर स्फूर्ति एवं शरीर में रोग प्रतिरोधक श्रमता को बढाता है ।
यह एक बलवर्घक एवं सौन्दर्यवर्घक फल है। इसमें मां के दूघ के समान पोषक तत्व पाए जाते हैं। फलों में अंगूर सर्वोत्तम माना जाता है। यह निर्बल-सबल, स्वस्थ-अस्वस्थ आदि सभी के लिए समान उपयोगी होता है। आइये जानते हैं इसके और
अंगूर के फायदे-
1. अंगूर के नन्हें-नन्हें दाने बड़ी खूबियों से भरे होते हैं। अंगूर में पॉली-फेनोलिक फाइटोकेमिकल कंपाउंड पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को न केवल कैंसर से, बल्कि कोरोनरी हार्ट डिजीज, नर्व डिजीज, अल्जाइमर व वाइरल तथा फंगल इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।
2. अंगूर में मिलने वाले पोषक तत्व हमारे पूरे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद रहते हैं। अंगूर में सीमित मात्रा में कैलॉरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, सोडियम, फाइबर, विटामिन ए, सी, ई व के, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, जिंक और आयरन भी मिलता है।
3. शरीर के किसी भी भाग से रक्त स्राव होने पर अंगूर के एक गिलास ज्यूस में दो चम्मच शहद घोलकर पिलाने पर रक्त की कमी को पूरा किया जा सकता है जिसकी कि रक्तस्राव के समय क्षति हुई है।
4. अंगूर का गूदा " ग्लूकोज व शर्करा युक्त " होता है। विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में होने से अंगूर का सेवन भूख बढाता है, पाचन शक्ति ठीक रखता है, आँखों, बालों एवं त्वचा को चमकदार बनाता है।
5. हार्ट-अटैक से बचने के लिए काले अंगूर का रस एसप्रिन की गोली के समान कारगर है। एसप्रिन खून के थक्के नहीं बनने देती है। काले अंगूर के रस में फलोवोनाइडस नामक तत्व होता है और यह भी यही कार्य करता है।
6. अंगूर फोडे-फुन्सियों एवं मुहासों को सुखाने में सहायता करता है। अंगूर के रस के गरारे करने से मुँह के घावों एवं छालों में राहत मिलती है।
7. एनीमिया में अंगूर से बढकर कोई दवा नहीं है। उल्टी आने व जी मिचलाने पर अंगूर पर थोडा नमक व काली मिर्च डालकर सेवन करें।
8. पेट की गर्मी शांत करने के लिए 20-25 अंगूर रात को पानी में भिगों दे तथा सुबह मसल कर निचोडें तथा इस रस में थोडी शक्कर मिलाकर पीना चाहिए।
9. भोजन के आघा घंटे बाद अंगूर का रस पीने से खून बढता है और कुछ ही दिनों में पेट फूलना, बदहजमी आदि बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
अंगूर का दवा के रूप में उपयोग
- जुकाम में प्रतिदिन 50 ग्राम अंगूर खाने से जुकाम से छुटकारा मिल जाता है।
- अंगूर खाने से ब्लड प्रेशर भी सामान्य रहता है।
- कैंसर रोग में पहले तीन दिन थोड़े अंगूर का रस सेवन करें फिर धीरे-धीरे एक गलास तक पानी की आदत डालें। टायफाइड बुखार में मुनक्का सेवन करना फायदेमंद रहता है। इससे पेट साफ होता है तथा मल भी जमा नहीं होता।
- चेचक के रोगी को अंगूर खिलाने से आराम मिलता है।
- आधे सिर के रोगी को जिसमें दर्द सूर्योदय से पहले प्रारम्भ होता है। सूर्य के साथ ही बढ़ता जाता है। इस स्थिति में आधा कप अंगूर का रस सूर्योदय से पहले पीने से सिरदर्द ठीक हो जाता है।
- हृदय में दर्द हो तो अंगूर का आधा कप रस पीने से आराम मिलता है।
- अंगूर को नमक, काली-मिर्च के साथ खाने से कब्ज में लाभ होता है।
- गुर्दे के दर्द में अंगूर के ताजा पत्ते लगभग 50 ग्राम पानी में पीसकर थोड़ा नमक मिलाकर छान लें रोगी को पिलाने से दर्द में लाभ होता है।
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