2014-10-18

जहाँ प्रेम है वहां धन और सफलता है

कहानी - जहाँ प्रेम है वहां धन और सफलता है


एक औरत अपने घर से निकली , उसने घर के सामने सफ़ेद लम्बी दाढ़ी में तीन साधू-महात्माओं को बैठे देखा . 
उसने कहा , ” मैं आप लोगों को नहीं पहचानती , बताइए क्या काम है ?”
हमें भोजन करना है .”, साधुओं ने बोला .
ठीक है ! कृपया मेरे घर में पधारिये और भोजन ग्रहण कीजिये .
क्या तुम्हारा पति घर में है ?” , एक साधू ने प्रश्न किया .
नहीं, वह कुछ देर के लिए बाहर गए हैं .औरत ने उत्तर दिया .
तब हम अन्दर नहीं आ सकते “, तीनो एक साथ बोले .

थोड़ी देर में पति घर वापस आ गया , उसे साधुओं के बारे में पता चला तो उसने तुरंत अपनी पत्नी से उन्हें पुन: आमंत्रित करने के लिए कहा।औरत ने ऐसा ही किया , वह साधुओं के समक्ष गयी और बोली,” जी, अब मेरे पति वापस आ गए हैं , कृपया आप लोग घर में प्रवेश करिए !
हम किसी घर में एक साथ प्रवेश नहीं करते .साधुओं ने स्त्री को बताया .
ऐसा क्यों है ?” औरत ने अचरज से पूछा .
जवाब में मध्य में खड़े साधू ने बोला ,” पुत्री मेरी दायीं तरफ खड़े साधू का नाम धनऔर बायीं तरफ खड़े साधू का नाम सफलताहै , और मेरा नाम प्रेमहै . अब जाओ और अपने पति से विचार-विमर्श कर के बताओ की तुम हम तीनो में से किसे बुलाना चाहती हो।
औरत अन्दर गयी और अपने पति से सारी बात बता दी . पति बेहद खुश हो गया . वाह , आनंद आ गया , चलो जल्दी से धनको बुला लेते हैं , उसके आने से हमारा घर धन-दौलत से भर जाएगा , और फिर कभी पैसों की कमी नहीं होगी .
औरत बोली ,” क्यों न हम सफलता को बुला लें , उसके आने से हम जो करेंगे वो सही होगा , और हम देखते-देखते धन-दौलत के मालिक भी बन जायेंगे .
हम्म , तुम्हारी बात भी सही है , पर इसमें मेहनत  करनी पड़ेगी , मुझे तो लगता ही धन को ही बुला लेते हैं .” , पति बोला .
थोड़ी देर उनकी बहस चलती रही पर वो किसी निश्चय पर नहीं पहुच पाए , और अंतत: निश्चय किया कि  वह साधुओं से यह कहेंगे कि धन और सफलता में जो आना चाहे आ जाये।
औरत झट से बाहर गयी और उसने यह आग्रह साधुओं के सामने दोहरा दिया .
उसकी बात सुनकर साधुओं ने एक दूसरे  की तरफ देखा और बिना कुछ कहे घर से दूर जाने लगे।
अरे ! आप लोग इस तरह वापस क्यों जा रहे हैं ?” , औरत ने उन्हें रोकते हुए पूछा .

पुत्री ,दरअसल हम तीनो साधू इसी तरह द्वार-द्वार जाते हैं , और हर घर में प्रवेश करने का प्रयास करते हैं , जो व्यक्ति लालच में आकर धन या सफलता को बुलाता है हम वहां से लौट जाते हैं , और जो अपने घर  में प्रेम का वास चाहता है उसके यहाँ बारी- बारी से हम दोनों भी प्रवेश कर जाते हैं . इसलिए इतना याद रखना कि जहाँ प्रेम है वहां धन और सफलता की कमी नहीं होती ”, ऐसा कहते हुए धन और सफलता नामक साधुओं ने अपनी बात पूर्ण की .

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