महाकवि तुलसीदासजी के कहे अनुसार तीन खास लोग
आपसे मीठा बोलते हैं तो वो आपके लिए जहर के समान साबित हो सकता है। आइए जानते हैं
कौन से हैं वो तीन लोग…
सचिव
बैद गुरु तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस।
राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास।
अर्थ- महाकवि
तुलसीदासजी कहते हैं कि मंत्री,
वैद्य और गुरु ये तीन यदि भय या लाभ की आशा से (हित की बात न कहकर)
प्रिय बोलते हैं, तो
राज्य, शरीर और धर्म
इन तीन का शीघ्र ही नाश हो जाता है। इसलिए इन तीनों में से कोई भी आप से मीठा बोले
तो तुरंत सर्तक हो जाएं और अपने विवेक से सही और गलत का निर्णय लें। अंधाविश्वास न
करें।
प्रसिद्ध ग्रन्थ रामचरितमानस के रचयता तुलसीदासजी
अपने शिक्षाप्रद दोहों और चौपाईयों के लिए
जाने जाते हैं तुलसीदासजी ने कई ऐसे दोहे लिखे हैं जो किसी के भी जीवन में सफलता
का सूत्र साबित हो सकते हैं।
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