नामदेव के चुटकुले
बिल्कुल नया है >>>
चुटकुले में
लिये गए नाम काल्पनिक है इनका किसी भी व्यक्ति या समाज से कोई सम्बन्ध नहीं है.
एक बुढ़िया सिनेमा हाल में कोल्ड-ड्रिंक की बोतल लेके बैठी थी।
कभी 15 मिनट में मुँह को लगाती, तो कभी 20 मिनट में।
यह देखकर पास बैठे नामदेव को गुस्सा आ गया।
उसने बुढ़िया से बोतल छीनी और पूरी एक घूट में पीकर बोला: ऐसे पीते हैं।
बुढ़िया: पर बेटा मैं तो पान थूक रही थी
नामदेव :-जानेमन,,टूटे दिल से प्यार करोगी या दिल टूटने तक प्यार करोगी..???
घनश्याम :-रोगहा....टुटहा चप्पल से मार खाबे, य चप्पल के टूटत ले मार खाबे....???
नामदेव :- यार मोर मेडम कहिथे कि गाय के दुध पिये ले दिमाग तेज होथे.
घनश्याम :- फेकथे बे उसने होतिस त हमर बछरु ह इंजिनियर नि बन जतिस .
बस मेँ बेठे नामदेव साहब
बीड़ी जलाने
लगे इतने मेँ एक ओरत उठी और
नामदेव साहब को थपपड जड़-दिया.!
.
नामदेव साहब ने बड़ी नरमी भरे
लहजे मेँ पूछा रे क्यूँ
मारा
.
औरत- दिखता नहीँ बस मेँ क्या लिखा है ?
धुर्मपान करना मना है।
.
नामदेव - बात तो ठीक है.!
.
थोडी देर बाद औरत अपने बच्चे को दूध
पिलाने लगी...नामदेव साहब एकदम उठे और
ओरत को दो थपपड जड़ दिये.!
.
औरत(गुस्से मैं)- क्यूँ मारा ?
.
नामदेव - दिखता नहीँ बस मैं
क्या लिखा है शरीर का कोई भी अंग
बाहर ना निकाले..!!
नामदेव रेडियो लेकर खेत में पोट्टी करने जा रहा था...
घनश्याम ...रेडिओ लेकर क्यों जा रहे हो..
नामदेव...गाना सुनते हुए मज़े से करुगा...
वापसी में....
घनश्याम...आज तो मज़े से की होगी....
नामदेव...खाक मज़े से की
शुरू ही की थी के.......
"जन गन मन" शुरू हो गया...खड़े-खड़े ही करनी पड़ी...
घनश्याम ...रेडिओ लेकर क्यों जा रहे हो..
नामदेव...गाना सुनते हुए मज़े से करुगा...
वापसी में....
घनश्याम...आज तो मज़े से की होगी....
नामदेव...खाक मज़े से की
शुरू ही की थी के.......
"जन गन मन" शुरू हो गया...खड़े-खड़े ही करनी पड़ी...
नामदेव : जब
मेरी नई नई शादी हुई थी तो मुझे बीवी इतनी प्यारी लगती थी कि मन करता था खा जाऊं!
घनश्याम: और अब?
नामदेव: खा ही जाता तो अच्छा था!
घनश्याम: और अब?
नामदेव: खा ही जाता तो अच्छा था!
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