ज्यादा रंगीली लगे होली अब की साल
केवल होली पर रंगे गोरी तेरे गाल ,
कुछ लोगों के हाथ तो जब धोओ तब लाल।
साजन ने प्यार का ऐसा डाला रंग ,
चहक उठा मन बावरा महक उठा हर अंग।
साजन कि बरजोरियां समझे और लजाये ,
जब अंगों से बावरी पक्के रंग छुड़ाए।
जाओ होली खेलने ज़रा संभालो चीर,
अनुशासन से छुट्टियों पर नज़रों के तीर।
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