2015-03-12

प्यार का ऐसा डाला रंग

holi

राहत की पिचकारियां वादे रंगगुलाल ,,
ज्यादा रंगीली लगे होली अब की साल
केवल होली पर रंगे गोरी तेरे गाल , 
कुछ लोगों के हाथ तो जब धोओ तब लाल। 

साजन ने प्यार का ऐसा डाला रंग ,
चहक उठा मन बावरा महक उठा हर अंग। 
साजन कि बरजोरियां समझे और लजाये , 
जब अंगों से बावरी पक्के रंग छुड़ाए। 
जाओ होली खेलने ज़रा संभालो चीर, 
अनुशासन से छुट्टियों पर नज़रों के तीर।

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