2015-03-23

Insan mobile nahi

दुःख ऑटो-अपडेट नहीं
फिर भी डाउनलोड हो जाता है....
सुख में वायरस नहीं
फिर भी हैंग हो जाता है...
फिलिंग का मेमरीकार्ड नहीं
फिर भी स्टोरेज हो जाति है...
रिलेशनशिप मे कैमरा नहीं
फिर भी सेल्फ़ी हो जाता है...
जिंदगी वोत्सऍप नहीं
फिर भी लास्ट सीन हो जाती है....
इंसान मोबाइल नहीं
फिर भी बदल जाता है....

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