2014-10-07

Some good 2 liners with deep meanings

पैर की मोच और छोटी सोच, हमें आगेबढ़ने नहीं देती ।

टुटी कलम और औरो से जलन,खुद का भाग्यलिखने नहीं देती ।

काम का आलसऔरपैसो का लालच,हमें महानबनने नहीं देता ।

अपना मजहब उंचा और गैरो का ओछा,ये सोच हमें इन्सानबनने नहीं देती ।

दुनिया में सब चीजमिल जाती है,....केवल अपनी गलतीनहीं मिलती.....

बुलंदी की उडान पर हो तो ,जरा सब्र रखो।परिंदे बताते हैं कि ,आसमान में ठिकाने नही होते ।।:

चढ़ती थीं उस मज़ार पर चादरें बेशुमार ,लेकिन बाहर बैठा कोई फ़क़ीर सर्दी से मर गया।।:

कितनी मासुम सी ख़्वाहिश थी इस नादांन दिल की ,जो चाहता था कि.. शादी भी करूँ और ....ख़ुश भी रहूँ ।।:

छत टपकती है उसके कच्चे घर की , वो किसान फिर भी बारिश की दुआ माँगता है ।।:

तेरे डिब्बे की वो दो रोटिया कही भी बिकती नहीं ,माँ ...........होटल के खाने से आज भी भूख मिटती नहीं ।।:

इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर " ऐ बेखबर "शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हे....।।:

सीख रहा हूं अब मैं भी इंसानों को पढने का हुनर ,सुना है चेहरे पे किताबों से ज्यादा लिखा होता है ।।:

लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी ,पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया ।।:

" मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीरहोते हुए ,वो मुस्कुरा भी न पाया अमीर होते हुये ।।:

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