2015-01-03

ज़िन्दगी जीने के दो तरीके

ज़िन्दगी जीने के दो तरीके 

ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है!

पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख लो.!
दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो.!

जिंदगी जीना आसान नहीं होता; बिना संघर्ष कोई
महान नहीं होता.!

जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है;
कभी हंसती है तो कभी रुलाती है; पर जो हर हाल में
खुश रहते हैं; जिंदगी उनके आगे सर झुकाती है।

चेहरे की हंसी से हर गम चुराओ; बहुत कुछ बोलो पर
कुछ ना छुपाओ;

खुद ना रूठो कभी पर सबको मनाओ;

राज़ है ये जिंदगी का बस जीते चले जाओ।


"गुजरी हुई जिंदगी को 

कभी याद न कर,

तकदीर मे जो लिखा है 
उसकी फर्याद न कर...

जो होगा वो होकर रहेगा,

तु कल की फिकर मे 
अपनी आज की हसी बर्बाद न कर...

हंस मरते हुये भी गाता है
और 
मोर नाचते हुये भी रोता है....

ये जिंदगी का फंडा है बॉस 

दुखो वाली रात 
निंद नही आती
और
खुशी वाली रात
.कौन सोता है...



ईश्वर का दिया कभी अल्प नहीं होता;
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता;
हार को लक्ष्य से दूर ही रखना;
क्योंकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता।


जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं :
"सांस और साथ"

सांस टूटने से तो इंसान एक  ही बार मरता है;
पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है।


जीवन का सबसे बड़ा अपराध - किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना।
और
जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि - किसी की आँख में आंसू आपके लिए होना।


जिंदगी जीना आसान नहीं होता;
बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता;
जब तक न पड़े हथोड़े की चोट;
पत्थर भी भगवान नहीं होता।


जरुरत के मुताबिक जिंदगी जीओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं।
क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है;
और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है।

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