नजरिया
एक बुजुर्ग ने एक दीवार पर एक बडा सा सफेद पेपर चिपकाया !
फिर उस पर मार्कर से एक काला ङाॅट बनाया !
ओर लोगों से पुछा तुम्हें क्या दिखाई दे रहा है !
लोग बोले काला ङाॅट
बुजुर्ग ने कहा कमाल है ! इतना बड़ा सफेद पेपर छोङकर तुम्हें ये काला ङाॅट ही दिखाई दिया !ओर लोगों से पुछा तुम्हें क्या दिखाई दे रहा है !
लोग बोले काला ङाॅट
यही हाल है लोगों का उन्हे किसी व्यक्ति कि जीवन भर की अच्छाई नजर नही आती !
पर एक बुराई बार बार नजर आती है !
जिन्दगी के सफर से,
बस इतना ही सबक सीखा है ।
सहारा कोई कोई ही देता है,
धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है ।।
बस इतना ही सबक सीखा है ।
सहारा कोई कोई ही देता है,
धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है ।।
Be Good, Do Good.
No comments:
Post a Comment