.कब्ज का उपचार
।। ॐ ।। आरोग्यं ।। ॐ ।।
कब्ज दूर करने के कुछ नुश्खे लोकोक्तियों के द्वारा बताये गये हैं:
हर्र बहेड़ा, आंवला भाग एक दो चार।
तीनों औषधि लीजिये, त्रिफला कहे विचार।
तीनों औषधि लीजिये, त्रिफला कहे विचार।
अर्थात: एक भाग हैड, दो भाग बड़ी हैड और चार भाग आंवला तीनों को मिला कर पीस लें।
इस योग को त्रिफला कहा जाता है। नित्य रात्रि में गर्म पानी से एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पेट निरोगी रहता है। कब्ज को दूर करता है।
इक प्याली गरम पानी में, नींबू निचोड़ा जाय।
पीओ नित्य कुछ दिन तक, तो कब्ज दूर हो जाय।
पीओ नित्य कुछ दिन तक, तो कब्ज दूर हो जाय।
अर्थात: एक कप गर्म पानी में नींबू निचोड़ कर रोजाना कुछ दिन तक पीने से कब्ज की शिकायत दूर होती है।
सनाय सौंफ मुनक्का, दस दस ग्राम मिलाय।
गोंद बबूल संग पीसकर लीजे चूर्ण बनाय।
प्रतिदिन रात्रि के समय दूध साथ पी जाय।
कब्ज पुराना दूर हो उदर विकार मिटाय।
गोंद बबूल संग पीसकर लीजे चूर्ण बनाय।
प्रतिदिन रात्रि के समय दूध साथ पी जाय।
कब्ज पुराना दूर हो उदर विकार मिटाय।
अर्थात: सनाय, सौंफ और मुनक्का दस दस ग्राम लेकर उसमें बबूल का गोंद मिला कर पीसे लें। इस प्रकार तैयार चूर्ण को यदि रात के समय दूध के साथ सेवन किया जाए तो पुराने से पुराना पेट का कब्ज दूर हो जाता है।
No comments:
Post a Comment