सभी प्रकार के शनि मंत्र
!!सुप्रभात!! आज शनिवार का दिन आप सब के लिए मंगलमय हो....
ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम् ।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् ||
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् ||
ॐ शं शनैश्चराय नमः .....ॐ शं शनैश्चराय नमः
ऊँ शं
शनैश्वराय नमः
वैदिक मंत्र
ऊँ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।
शं योरभि स्वन्तु नः।।
नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामी शनैश्वरम्।।
बीज मंत्र
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्वरय नमः
सामान्य मंत्र
ऊँ शं शनैश्वराय नमः
"अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहार्निशः मया।
दासोयमिति मां मत्वाक्षमस्व परमेश्वर।
गतं पापं गतं दूखः गतं दारिद्रयमेवच।
आगताः सुख-संपत्ति पुण्योहः तव दर्शनात्।। "
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दासोयमिति मां मत्वाक्षमस्व परमेश्वर।
गतं पापं गतं दूखः गतं दारिद्रयमेवच।
आगताः सुख-संपत्ति पुण्योहः तव दर्शनात्।। "
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।।जय शनिदेव।।
जय श्री शनिदेव जय शनिराज
ऊँ शं शनैश्चराय नम: ।
------जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज
करहुं कृपा हे रवि तनय, राखहुं जन की लाज ।
---जा पर प्रभु प्रसन्न है जाहीं ,रंकहुं राव करै क्षण माहीं
परवतहू तृण होई निहारत । तृण हू को परवत करि डारत
ऊँ शं शनैश्चराय नम: ।
------जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज
करहुं कृपा हे रवि तनय, राखहुं जन की लाज ।
---जा पर प्रभु प्रसन्न है जाहीं ,रंकहुं राव करै क्षण माहीं
परवतहू तृण होई निहारत । तृण हू को परवत करि डारत
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